उनके लिए यह समझ पाना भी मुश्किल होता है कि सामने वाले की बात का दोहरा मतलब था क्या।
2.
मदन ने सोचा हँस रही है क्यों न इसका मन टटोलने के देखे सो बोला-“क्यों तुम रात में सोती हो तो नहीं थकती क्या या चन्दू (चम्पा का पति) चाचा नहीं थकते ।” चम्पा उसका दोहरा मतलब समझ गयी, उसके मन में गुदगुदी सी हुई क्योंकि उसने भी गाँव में मदन के कारनामों की कहानियाँ सुनी थीं हँस के बोली-“अरे मेरी बात और है मैं तो तुम्हारे चन्दू चाचा के मारे……वो भी कभी जब वो मुझे……हटो। क्या फ़ालतू बात ले……।” यह बोलते बोलते चम्पा शर्मा के चुप हो गई।